टाकिंग थैरेपी

शब्द बहुत शक्तिशाली होते है। शब्द मनुष्यों को मिला ईश्वर का सबसे बड़ा उपहार है। शब्दो के माध्यम से ही हम लोगो को अपनी बातें बताते और समझाते है । शब्द केवल कोई आवाज़ या सिर्फ लेखन का माध्यम नही है बल्कि यह तो एक शक्ति है , एक दिव्य शक्ति जिसके ज़रिये आप सोचते है , लोगो से बाते करते है। 

आपके द्वारा प्रयोग किये गए शब्दो से हो आपकी सफलता और विफलता निर्धारित होती है। 
 
किसी जज द्वारा लिखे या सुनाए गए फैसले भी शब्द ही होते है और वे शब्द किसी वयक्ति को कैदी बना देते है तो किसी को आज़ाद कर देते है। तो आप समझ ही गए होंगे कि शब्द कितने शक्तिशाली होते है। 

मेरा एक मित्र है जो सिगरेट की बुरी लत के कारण अपने फेफड़े (lung) को बहुत हद तक छतिग्रस्त कर चुका था । वह सिगरेट की लत को छोड़ने के लिए राज़ी हो गया।मैंने उसकी टाकिंग थैरेपी शुरू की।

मैंने अपने मित्र से कहा कि आप रोज़ाना सुबह शांत मुद्रा में लेट जाए । अब आप अपने फेफड़ों पर ध्यान केंद्रित करें , जब ध्यान केंद्रित हो जाये तब ध्यानपूर्वक फेफड़ो से बात करे । बातचीत आपकी अपनी मातृभाषा में हो जैसे, "ए मेरे प्यारे फेफड़ा (Lung), तूने मेरा जीवन भर साथ निभाया है, मैंने तेरा बहुत बुरा हाल कर दिया है , लेकिन फिर भी तूने मेरा साथ नही छोड़ा । मैं कितना सौभाग्यशाली हु की ईश्वर ने मुझे इतना अच्छा फेफड़ा प्रदान किया है , जो मेरे जीवन को अब भी थामे होये है। प्यारे फेफड़े, मैं अब तुमपर कोई ज़ुल्मो–ज़्यादती नही करूँगा। मैं अब तुमको परेशान नही करूँगा।" 

इसको करने से आपको आश्चर्यजनक परिणाम मिलेंगे 
 
टाकिंग थैरेपी से रीढ़ की हड्डियों की समस्या , लकवा , किडनी , सेक्स एवं जोड़ो के दर्द के रोगियों में अद्भुत सकारात्मक परिणाम दिखे है । आज ही इस अदभुत थैरेपी को शुरू कर दीजिए । परिणाम सकारात्मक ही होंगे , नकारात्मक का प्रश्न ही नही उठता ।

अभी से इसे आज़माए और सुखद परिणाम प्राप्त करें।




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